मध्य प्रदेश विकलांग मंच शाखा ने दिया ज्ञापन, अधिकारियो को बताई अपनी समस्या

मध्य प्रदेश विकलांग मंच शाखा ने दिया ज्ञापन, अधिकारियो  को बताई अपनी समस्या

रतलाम। मध्य प्रदेश विकलांग मंच शाखा रतलाम द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में विभिन्न मांगो का उल्लेख करते हुए उनके निराकरण की मांग रखी गई। दिए गए ज्ञापन में बताया की दिव्यांगों की पेंशन प्रतिमाह 1500  किए जाने का वचन दिया गया था  जो अभी तक पूरा नही किया गया है । वर्तमान में दिव्यांग जनों में बहुत आक्रोश है। दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 में भी प्रावधान किया गया है कि दिव्यांगों की पेंशन में 25 प्रतिशत वृद्धि की जाए तथा मध्य प्रदेश के हाईकोर्ट ने भी दिव्यांगजनों की पेंशन बढ़ाने के लिए सरकार को आदेशित किया है ।

मध्य प्रदेश विकलांग मंच अनुरोध करता है कि आपके वचन पत्र के अनुसार आप अपने वचन पत्र पर अडिग  रहते हुए दिव्यांग जनों की पेंशन 1500 प्रतिमाह किए जाने हेतु जल्द से जल्द कार्रवाई करें । जिससे प्रदेश के दिव्यांगजन स्वाभिमान के साथ अपना जीवन यापन कर सके तथा उनकी समस्याएं कम हो सके ।

इसके साथ ही मंडल कार्यालयदो बत्ती रतलाम (पश्चिम रेलवे) को दिव्यांगजन रेल किराया राहत पास कक्ष जमीन तल पर स्थानांतरण करने हेतु राकेश कुमार धीमान को ज्ञापन दिया गया।

जिसमे बताया की मंडल कार्यालय रतलाम में वर्तमान दिव्यांगजन रेल किराया राहत पास कक्ष वाणिज्य शाखा में प्रथम तल पर स्थित है इस कारण जो दिव्यांगजन अपना रेल किराया राहत पास बनवाने के लिए रतलाम दूरस्थ इलाकों से मंडल कार्यालय आते है उनको पास कक्ष खोजबीन करने में अत्यधिक समय लगता है तथा इसके लिए राहत पास दिव्यांग आवेदकों को अपनी वैशाखियों के सहारे सीढियाँ चढ़कर ऊपर जाना होता है इससे उनको अपनी वैशाखी के स्लिप होने का डर हमेशा बना रहता है इसके साथ ही जो दिव्यांगजन दोनों पेरों से विकलांग होते है उनको जमीन पर बैठकर रगडकर सीढियाँ चढकर ऊपर जाना होता है जो उनके लिए और भी कष्टदायक व परेशानी दायक होता है।

इस अवसर पर मध्य प्रदेश विकलांग मंच के प्रदेश महासचिव कुमारी किरण पाटीदार जिला अध्यक्ष राजेश  परमार, ईश्वर लाल वर्मा, नियाज मोहम्मद मंसूरी, शंभूलाल चौधरी लोकेश बाघमार, भेरूलाल विश्वकर्मा,  महेश पाटीदार, शांतिलाल गामड, रोहित वर्मा, मुकेश पाटीदार, भरत सिंह राठौर, श्यामसिंग, नारायणसिंह, अमृतलाल मकवाना, नानालाल प्रजापत, लालसिह बरोट, भरत राठौर, महेश सोनार्थी, रधुनाथ, गौरीशंकर, परमानंद गेहलोद, दरबारसिंह, आदि कई दिव्यांग जन उपस्थित थे।